*दुर्योधन-*यह मैं अच्छी प्रकार जानता हूं कि तीनों लोकों में इस समय यदि कोई सर्वाधिक पूज्य व्यक्ति है तो वह विशाल-लोचन श्रीकृष्ण हैं।-(महाभारत उद्योगपर्व ८८/५) *धृतराष्ट्र-*श्रीकृष्ण अपने यौवन में कभी…
क्या आप जानते है कबीर साहिब ने गोरक्षा के लिए अपना विवाह करने से इंकार कर दिया था?
हमारे देश के इतिहास में अनेक महापुरुष हुए है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों होते हुए भी गौ रक्षा के लिए तन-मन एवं धन से सहयोग किया। गुजरात के ऊना में हुई…
हिंदुओं में एकता की कमी होने का कारण
1200 वर्ष का इतिहास उठाकर देखिये। हिन्दू समाज विदेशी आक्रमणकरियों के सामने अपनी एकता की कमी के चलते गुलाम बने। इस सामाजिक एकता की कमी का क्या कारण था? इस…
ओ३म् की महिमा
वेद ने भी और उपनिषदों ने भी ‘ओ३म्’ द्वारा प्रभु दर्शन का आदेश दिया है। यजुर्वेद में कहा है- *ओ३म् क्रतो स्मर ।।-(यजु० ४०/१५)* “हे कर्मशील ! ‘ओ३म् का स्मरण…
आर्यसमाज विश्व चिन्तकों की द्रष्टि में
१.आर्यसमाज मेरी धर्म माता है तथा ऋषि दयानन्द मेरे धर्म पिता हैं ‘सत्यार्थ प्रकाश’ का ज्ञान मेरे जीवन में सूर्य के समान है। -लाला लाजपत राय। २.आर्य समाज ने ब्याज…