आजीवन विद्रोह का स्वर मुखरित करने वाले इस होनहार ऋषि दयानंद जी और भारत-भक्त का जन्म 28 जनवरी, 1865 को फिरोजपुर जिले के ढुडिके ग्राम में हुआ था। छात्र जीवन…
मन की शांति के गाय को गले लगाते विदेशी
अगर देखा जाये तो हमारे देश में राजनीति की मुलाकात गाय से रोजाना होती ही रहती है, बयानों में, पोस्टरों में, फतवों में, नारों में, बहस में, हम वो देश…
आत्महत्या का यह कैसा कारण
मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मैं अपने घर में कई ख़र्चों की वजह हूं। मैं उन पर बोझ बन गई हूं। मेरी शिक्षा एक बोझ है। मैं…
पीर मजार आस्था या कारोबार ?
आस्था और अंधविश्वास के बीच विभाजन की रेखा बहुत महीन होती है लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में आज आस्था की मजबूत डोर के सहारे ही मजार का व्यापार खड़ा…
महाशय धर्मपाल: उड़ चला हंस उस देश 98 वर्ष की आयु में अमर हुई आत्मा
यूँ तो इस पृथ्वी पर हर वक्त अरबों जीव जन्म लेते हैं और अरबों जीव शरीर त्याग देते हैं, लेकिन इन सब में एक कोई ऐसा होता है जो प्रेम…