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‘दयानन्द सागर’ का विमोचन

आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के अनन्य भक्त एवं वैदिक विद्वान श्री भगवानदास जी द्वारा ;जो वर्तमान में आर्यसमाज, नांगल राया के प्रधान पद को भी शोभायमान कर रहे हैद्ध महर्षि दयानन्द सरस्वती के जीवन-चरित पर आधरित एक अद्भुत महाकाव्य ‘दयानन्द सागर’ की रचना की है। यह ग्रन्थ लगभग 450 पृष्ठों होगा तथा इसकी अनुमानित लागत रुपये 200/- आंकी गई है किन्तु विद्जनों, प्रबुह् एवं सुॉदीय पाठकों के माध्यम से इस नवरचित महाकाव्य के सम्बन्ध्ा में समीक्षात्मक विचार जानने के लिए इस रचना को मात्र रुपये 150/- में ही उपलब्ध करवाया जा रहा है। अतः जो सज्जन इस महाकाव्य को प्राप्त करना चाहें वे 3 नवम्बर 2013 तक ‘आर्यसमाज नांगलराया नई दिल्ली-110046’ के पते पर अग्रिम राशि भेजकर तुरन्त सम्पर्क कर सकते हैं। आर्यसमाज, नांगल राया में इस महाकाव्य का विमोचन समारोहपूर्वक 27 अक्तूबर 2013 को अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति में किया जाएगा।