आर्यसमाज की सबसे मूल्यवान धरोहर अगर कोई है तो वह है उसका साहित्य। आर्यसमाज से सम्बन्धित साहित्य का परिचय आज की युवा पीढ़ी अवगत करवाना हमारी जिम्मेदारी बनती हैं। इस भाव से आर्यसन्देश में हर सप्ताह एक पुस्तक का संक्षिप्त परिचय छापा जायेगा, जिससे उस पुस्तक से युवा पीढ़ी परिचित हो सके।– विनय आर्य