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वैदिक (हिन्दू) धर्म में लौटे 48 परिवार

स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती के बलिदान दिवस पर हिन्दू समाज को धर्मांतरण से बचाने के लिए धर्म जागरण समन्वय विभाग द्वारा धर्म रक्षा यज्ञ एव घर वापसी का आयोजन प्रहलादराय टिकमानी इंटर कालेज में आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता एवं क्षेत्र प्रमुख धर्म जागरण राजेश्वर सिंह थे। इस अवसर पर 48 परिवारों ने फिर से हिन्दू धर्म को अपनाया। पंभ नवीन आर्य ने हवन संपन्न कराया। वाल्मीकि समाज के 48 परिवारों ने पूर्व हिन्दू धर्म को छोड़ ईसाई मत स्वीकार कर लिया गया था। इन परिवारों को यज्ञोपवीत धर्मांतरण कराया गया। इसके बाद यह परिवार फिर से हिन्दू धर्म में लौट आया। हिन्दू धर्म अपनाने वालों में रहचटी, रुकनपुर, कटरा मीरा, बेझिया, मक्खनपुर, कमालपुर, कुतकपुर, कोडर आदि के परिवार शामिल थे। कार्यक्रम में आर्य समाज का पूर्ण सहयोग रहा। वक्ताओं ने कहा कि हिन्दू धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। हिन्दूओं के शास्त्रों पर विदेशों में वैज्ञानिक शोध हो रहे है। डा. रामौतार आर्य, डा. पीएस राना, नारायण सिंह, राममनोहर अग्रवाल, रवीन्द्र सिंह, छत्रपाल सिंह डा. ओमशरण आर्य, महेशबाबू आर्य, पं. विद्याराम आर्य थे। संचालन डा. राना ने किया तथा आभारी व्यक्त अजय प्रताप ने किया।