आर्य समाज ने अनेक त्यागी तपस्वी साधू सन्त पैदा किये हैं । एसे ही संन्यासियों में वीतराग स्वामी सर्वदानन्द सरस्वती जी भी एक थे । आप का जन्म भारत के…
प्रभु उपसना से हम पवित्र बनें
मानव विनाशक व्रतियों क दस बन जाआ है किन्तु मन्त्र इन व्रतियों से बचने कई प्रार्थना करते हुए पिता से प्रर्थना करता है कि हम एसी प्रव्रतियों क नश कर…
भारतीय क्रांति के अग्रदूत – स्वामी दयानंद
(स्वतंत्रता दिवस के सुअवसर पर प्रकाशित) भारत के स्कूलों में पाठ्यकर्म में जो इतिहास पढ़ाया जाता हैं उससे सभी विद्यार्थियों को यह सिखाया जाता हैं की हमारे देश को आज़ादी…
तप से मेरा ह्रदय विशाल हो
मैं अपनी रक्शसी अदतों को छोडकर दनशील बनूं । सदा तप करता रहूं तथा इस तप से अपनी इन बुराईयोण को जला कर राख कर अपने ह्रदय को विशाल करुं…
वेदों में इतिहास नहीं
वेदों में इतिहास नहीं क्योंकि जो मानें तो वेद सनातन कभी नहीं हो सकें। क्योंकि ब्राह्मण पुस्तकों में बहुत से ऋषि-महर्षि और राजा आदि के इतिहास लिखे हैं। और इतिहास…