उज्जैन में सिंघस्थ कुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। भेड़ की खाल में भेड़िये के रूप में ईसाई मिशनरी इस अवसर पर हिन्दुओं को बरगलाने का प्रयास करेगी। मिशनरी…
स्वामी दयानंद और मेक्समुलर के वेद भाष्यों का तुलनात्मक अध्ययन
वेद शब्द का वर्णन होते ही आज के युवको को हम मेक्समुलर, ग्रिफ्फिथ आदि विदेशी विद्वानों का उनके योगदान के लिए गुणगान करते पाते हैं। अथवा वेदों के असत्य भाष्य…
बैसाखी के अवसर पर हिन्दू समाज के लिए सन्देश
मुगल शासनकाल के दौरान बादशाह औरंगजेब का आतंक बढ़ता ही जा रहा था। चारों और औरंगज़ेब की दमनकारी नीति के कारण हिन्दू जनता त्रस्त थी। सदियों से हिन्दू समाज मुस्लिम…
डॉ अम्बेडकर का राष्ट्रवादी चिंतन
भारतीय राजनीति अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जैसे अपने क्रांतिकारियों को जाति के आधार पर विभाजित कर लेती है वैसे ही महान व्यक्तित्वों को भी हमने जाति भेद…
नवबौद्ध बनना: नौटंकी या फैशन
रोहित वेमुला की माँ और भाई ने बुद्ध मत स्वीकार कर लिया। बुद्ध मत स्वीकार करने वाला 99.9 %दलित वर्ग बुद्ध मत को एक फैशन के रूप में स्वीकार करता…