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क्या मुझे इस परंपरा से छुटकारा पा लेना चाहिए?

शादी-विवाह, जन्म-मरण इस सबमें धर्म का किरदार सबसे अहम माना जाता रहा है। संस्कृति और परम्पराओं का उपयोग और दोहन भी धार्मिकता से परे हटकर नहीं देखा जा सकता। लेकिन…

भारतीय मुस्लिम समाज और देश !

नैतिकता का यह मानना है कि किसी भी व्यक्ति का सर्वोच्च धर्म राष्ट्र धर्म होता है। राष्ट्रीय धर्म को सर्वोपरि मानकर उसके लिए त्याग तपस्या या बलिदान करने वाले किसी…

कश्मीर नवजागरण में अभी समय लगेगा ?

हाल के सालों में स्वतन्त्रता और शरियत के नाम पर फैलते इस्लामी आतंकवाद को समझने और समझाने के लिए कई शब्द चल पड़े हैं जिनमें शामिल हैं- कट्टरपंथी इस्लाम, इस्लामी…

परमात्मा का अस्तित्व

शास्त्रार्थ महारथी- पंडित रामचंद्र दहेलवी हम संसार मेँ जो कुछ भी कार्य करते हैँ, वे सब उस परम्‌ पिता परमात्मा के द्वारा किये गये कार्योँ की नकल ही है। अपने…

पांच पिशाच जो रक्त पीते हैं

गौरीशंकर भारद्वाज (पूर्व विधायक) काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह से, हा! किसके तन मन रीते हैं।। छूटें इनसे पिण्ड हमारे, अगणित जन्म वृथा बीते हैं। पांच पिशाच रुधिर पीते हैं।…