उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य तथा अन्तिम चरण में भारत का भाग्य एक नया मोड़ ले रहा था। सदियों से सुप्त पड़ी इस देश की चेतना अव्यक्त से व्यक्त की तरफ…
प्रमोशन में आरक्षण को लेकर फिर तकरार
आरक्षण को लेकर एक बार राजनितिक बयानबाजी की तलवारें इस कारण तन गयी है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में इस बात का जिक्र…
सावरकर अम्बेडकर और वामपंथ
एक समय वो भी आया जब वामपंथ का समाजवाद का नशा कई देशों में फैला, राजतन्त्र के खिलाफ क्रांतियाँ हुई। किसान गरीब समाजवाद के पैरोकार बने वामपंथी कई देशों में…
नेता कुछ ऐसे पैदा होते है.
हमारे देश में एक खास वर्ग हर हफ्ते या हर महीने देश में नेता पैदा करता है, फिर मीडिया का एक खास तबका उसे चूमता चाटता है और भारत की…
महामारी का निर्यातक क्यों बन रहा है चीन
बेशक पिछले दो दशक में चीन ने दुनिया को इलेक्ट्रानिक उपकरणों से लेकर दवाएं और कच्चा माल निर्यात किया और अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार किया हो लेकिन इस बात से…