आजीविका के लिए कोई साधन नहीं है। ना पहचान ना घर बंजारों समेत करीब 300 जातियों जन जातियों के माथे पर आज भी लिखा हुआ है “तेरी जात चोर है”…
तुम उन्हें मजार से भगाओं जो तुम्हे मंदिर से भगाए
राजीव चौधरी मस्जिद कमेटी का खास जरुरी एलान ये मस्जिद सुन्नी हनफी सहीहुल अकीदा लोगों की है हुजुर के फरमान सहाबा के तरीके गौसी ख्वाजा मरदूम पाक खुसुसून मसलके आला…
फिर गूंजा 26 आयत का किस्सा
राजीव चौधरी साल था 1963 जर्मनी के एक लेखक थे कर्ट फ्रिस्च्लर इन्होने एक किताब लिखी आयशा बैरी एंड रॉकलिफ पब्लिकेशन ने इसे प्रकाशित किया ये पुस्तक इस्लामी नबी की…
पंडित लेखराम जिनकी कलम का जवाब ना था
तारीख 6 मार्च सन 1897 स्थान लाहौर… शाम के करीब सात सवा सात बजे वक्त था, एक मजहबी मुसलमान पीठ पीछे खंजर छिपाकर आगे बढ़ रहा था.. जैसे ही वह…
अब क्रिकेट का मजहबवाद
एक मुस्लिम लेखक गुस्ताख मंटो ने कहा है कि इस दुनिया में जितनी भी लानतें है और पाखंड उन सब की अम्मा है, आज का मुसलमान। ये अपने आप में…