ओउम जो लोग ग्यान से युक्त होते हैं , वह अपने जीव्न को यग्य्मय बनाते हैं तथा अन्य लोगों को लडाई आदि से दूर रखते हुए उन्हें प्रेम , शान्ति…
ग्यानी पिण्डी दास जी
ग्यानी पिण्डी दास जी पने समय के आर्य समाज के अच्छे विद्वानों में से एक थे । आप का जन्म रावलपिण्डी ( वर्तमान पाकिस्तान ) में दिनांक २२ अगस्त सन…
ग्यान से मानव क्रियमान बनता है
हम सदा अभय रहें , हमारे में किसी प्रकार का उद्वेग न हो । हमारे यग्य में कभी रुकावट न आवे । हम सदा अपने ग्यान, अपनी भक्ति तथा अपने…
लोक हित के कमों से उन्नति सम्भव
संसार में हमारी जितनी भी क्रियाएं हैं , उन सब में हमारा द्रष्टीकोण ” प्राण शक्ति की रक्शा ,तीनों प्रकार के तापों से निव्रति तथा लोक हित होना चाहिये ।…
पंजाबी आर्य कवि पं. चिरंजीलाल
आर्य समाज को इस के कवियों ने अपने उच्च कोटि के राष्ट्रीय और प्रभु भक्ति के गीतों से बहुत ऊंचा उठाया है । आर्य समाज के आरम्भिक…