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समाजसेवा का कार्य करके करें-आर्य समाज का प्रचार-प्रसार

सेवा कार्य सबसे कठिन कार्य होता है। कहते हैं-बिना सेवा के मेवा नहीं मिलती। करो सेवा पाओ मेवा।        महर्षि मनु ने भी कहा है- अभिवादनशीलस्‍य नित्‍यं वृद्धोप सेविन:। चत्‍वारि…

राष्ट्र-धर्म के बलिदानियों को हमेशा स्मरण रखेगा आर्यसमाज

प्रतिवर्ष की भाति इस वर्ष भी आर्यवीर दल दिल्ली प्रदेश द्वारा अपने राष्टन्न् के बलिदानियों को श्रद्धांजलि व नमन करने हेतु एक शाम बलिदानियों के नाम पर कवि सम्मेलन का…

महात्मा गाँधी, इस्लाम और आर्यसमाज

मैं जानती हूँ कि मुझे इससे प्रसन्नता भी है कि हमारे चिर-परिचित मुस्लमान मित्रों और विचारशील मुसलमानों ने इस आकस्मिक घटना की निंदा की है। आज मुझे उच्चमना डॉ .…

स्वतंत्र भारत के परतंत्र इतिहास का एक विलुप्त अध्याय

भारत देश के महान इतिहास में लाखों ऐसे वीर हुए हैं जिन्होंने देश,धर्म और जाति की सेवा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। खेद है कि स्वतंत्र भारत का इतिहास…

सन्त गुरू रविदास और आर्य समाज

भारत के प्रसिद्ध सन्‍तों में शामिल गुरू रविदासजी ने अपनी अन्‍त: प्रेरणा पर सांसारिक भोगों में रूचि नहीं ली। बचपन में ही वैराग्‍य-वृति व धर्म के प्रति लगाव के लक्षण…