अगर कोई पूछे भारत संविधान से चल रहा है या इस्लामिक शरियत कानून से तो सब एक सुर में कहेंगे कि संविधान से। लेकिन सब जगह ऐसा नहीं है हाल…
अगर कोई पूछे भारत संविधान से चल रहा है या इस्लामिक शरियत कानून से तो सब एक सुर में कहेंगे कि संविधान से। लेकिन सब जगह ऐसा नहीं है हाल…