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एक दीपक बुझ गया लाखों दीपक जलाकर

प्रत्येक व्यक्ति का अपना एक व्यक्तित्व होता है जिसके कारण वह अन्य मनुष्यों से अलग पहचाना जाता है। वही उसकी पहचान कहलाती है। महर्षि दयानन्द सरस्वती ऐसे महापुरुष हुए हं,…

वेदों में इतिहास नहीं

वेदों में इतिहास नहीं क्योंकि जो मानें तो वेद सनातन कभी नहीं हो सकें। क्योंकि ब्राह्मण पुस्तकों में बहुत से ऋषि-महर्षि और राजा आदि के इतिहास लिखे हैं। और इतिहास…

वेद ईश्वरकृत हैं अन्यकृत नहीं, इसमें क्या प्रमाण हैं ?

प्रश्न: वेद ईश्वरकृत हैं अन्यकृत नहीं, इसमें क्या प्रमाण हैं ? उत्तर: जैसा ईश्वर पवित्र, सर्वविद्यावित्, शुद्धगुणकर्मस्वभाव, न्यायकारी, दयालु आदि गुणवाला है वैसे जिस पुस्तक में ईश्वर के गुण-कर्म-स्वभाव के…

वेद संस्कृत में ही क्यों ?

वेद संस्कृत में ही क्यों ? प्रश्न: किसी देश-भाषा में वेदों का प्रकाशन न करके संस्कृत में क्यों किया ? उत्तर: जो किसी देश-भाषा में प्रकाश करता तो ईश्वर पक्षपाती…