बुरे काम करने और दिखाने के लिए ईश्वर की उपासना करने वाले मनुष्यों को ईश्वर कभी प्राप्त नहीं होताः डा. सोमदेव शास्त्री” ……… आज मंगलवार 30 मई, 2017 को गुरुकुल…
ब्रह्म को अंग संग मान शुभ कर्म कर
परम पिता परमात्मा को हम दो अर्थों में जानते हैं. इन अर्थों के आधार पर ही नारी के गुणों का गान किया जाता है. नारी समाज की रीढ़ मानी गई…
जहाँ अलगाववाद के नारे लगते थे आज वहां जय हिन्द और वंदेमातरम् गूंज रहा है।
आदिवासी बच्चों की मदद को कपड़ें, जूते-चप्पल, किताबें आदि प्रदान करने लिए सहयोग नामक योजना शुभारम्भ किया गया। जहाँ अलगाववाद के नारे लगते थे आज वहां जय हिन्द और वंदेमातरम्…
भारत की आवारा भीड़ के खतरे
लोग फिर जमा हो रहे हैं धर्म के नाम पर, जातियों-उपजातियों के नाम पर, क्षेत्र और समुदाय से लेकर गौरक्षा के नाम पर पर। सवाल यह है इंसानों की रक्षा…
मर जाऊँगी, लेकिन अपना धर्म नहीं छोड़ूंगी
नेशनल शूटर तारा शाहदेव की कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है ये साल 2014 में सबको भावुक कर देने वाला वाक्या बना था। उसके शरीर पर प्रताड़ना के घाव, सुबकते, सिसकते…