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सुखों की वर्षा करने वाले

वृषा यज्ञो वृषणः सन्तु यज्ञिया वृषणो देवा वृषणो हविष्कृतः। वृषणा धावापृथिवी ऋतावरी वृषा पर्जन्यो वृषणो वृषस्तुभः।। ऋग्वेद 10/66/6   अर्थ-(यज्ञः वृशा) यज्ञरूप परमात्मा सुख वर्शक हो (यज्ञिया वृशणः सन्तु) उसके…

ओडि़शा के तूफान पीडि़तों की खुले ह्रदय से सहायता करें

टी. वी. समाचार पत्र आदि से सभी को ज्ञात हो गया होगा कि ओडि़शा का समुद्र तट क्षेत्र तूफान से बहुत क्षतिग्रस्त हो गया। गंजाम आदि इलाकों में तूफान से…

घोषणा पत्र बिकाऊ हैं

सत्संग में होने वाले शांति पाठों का अपने राम पर ऐसा दुष्प्रभाव पड़ा कि लड़ने के नाम से ही कंपकंपी चढ़ने लगी। इसीलिए चुनाव, जोकि लड़ा जाता है, में कभी…

स्त्री शिक्षा से ही आलोकित होता है समाज

सी राष्टन्न् को सशक्त एवं आत्म निर्भर बनाने का सर्वोत्तम उपाय-स्त्री-शिक्षा है। किसी राष्टन्न् की सशक्तता का प्रमाण हथियारों से लैस होना नहीं, बल्कि राष्टन्न् का नैतिक चरित्र है। कोई…