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वेद प्रचार एवं उपदेशो का सफल सफल उपासक होना आवश्यक

महर्षि दयानन्द ने आर्य समाज की स्थापना वेदों के प्रचार व प्रसार के लिए की थी और यही आर्य समाज का मुख्य उद्देष्य भी है। वेदों के प्रचार व प्रसार…

गुरूकुल शिक्षा प्रणाली बनाम् पब्लिक स्कूल

मानव सन्तान को षिक्षित करने के लिए एक पाठषाला या विद्यालय की आवष्यकता होती है। बच्चा घर पर रह कर मातृ भाषा तो सीख जाता है परन्तु उस भाषा, उसकी…

ईश्वर साक्षात्कार के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मत -मतान्तरों की भिन्न उपासना पद्धत्तियों के एकीकरण की आवशयक्ता

हम ईश्‍वर को मानते हैं और हमें आस्‍तिक कहा जाता है। संसार के अधिकांश मत व सम्‍प्रदाय, सनातन धर्मी, जरदुश्‍त व पारसी, ईसाई, इस्‍लाम आदि ईश्‍वर के अस्‍तित्‍व में विश्‍वास…