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अकबर को वीर हिन्दू रमणी ने जब सबक सिखाया था

अकबर घोर विलासी, अय्याश बादशाह था। वह एक ओर हिन्दुओं को मायाजाल में फंसाने के लिए “दीने इलाही” के नाम पर माथे पर तिलक लगाकर अपने को सहिष्णु दिखाता था,…

शाकाहार vs मांसाहार

श्रीमान मुहम्मद फारूख खान जी द्वारा लिखित “दयाभाव और मांसाहार ” नामक १४ पृष्टीय लेख पढ़ने को मिला | आपका कथन है- “कुछ लोग कहते है की मांसाहारियों को ईश्वर…

घोषणा पत्र बिकाऊ हैं

सत्संग में होने वाले शांति पाठों का अपने राम पर ऐसा दुष्प्रभाव पड़ा कि लड़ने के नाम से ही कंपकंपी चढ़ने लगी। इसीलिए चुनाव, जोकि लड़ा जाता है, में कभी…

जय दयानन्द ऋषिवर प्रवर

जय-जय सद्गुण-सदन साधु सद्धर्म सुधारक। जय जय विमल विवेक विबुध वर वेद-विचारक।। जय धर्म-धुरन्धर धीर धर, आर्य जाति के ध्रुव धवल। जय दयानन्द ऋषिवर प्रवर, देशभक्ति-सर शुचि कमल।। जय अति…

आधुनिक समाज में दशहरा के पर्व की उपयोगिता

हर वर्ष दशहरा या दीपावली के निकट कुछ कुतर्की लेख विचारों की अभिव्यक्ति के नाम पर तथाकथित साम्यवादी विचारधारा के लोगो द्वारा भिन्न भिन्न मंचों से प्रकाशित किये जाते हैं।…