महर्षि दयानन्द सरस्वती ने अपने जीवन में जो कार्य किया, उससे वह ईश्वर के सच्चे पुत्र व ईश्वर के सन्देशवाहक कहे जा सकते हैं। स्वयं महर्षि दयानन्द की विचारधारा के…
जय हो देव दयानंद की
जय हो देव दयानंद की, आनंद की करुणानंद की। कर्षन जी घर निकला सूरज, धन्य हो गई टंकारा रज। नाम था उसका शंकर मूल, शारीरिक शौष्ठव ज्यों फ़ूल। शिव रात्रि…
महर्षि दयानन्द सस्वती की दिव्य दृष्टि
पशु केवल नेत्रों से देखता है-पश्यतीति पशुः। वह विचार नहीं कर सकता। मनुष्य विचारपूर्वक देखता है तथा करता है-मत्वा कर्माणि सीव्यति’ ऋषि बिना नेत्रों के ही अत्रः प्रज्ञा से देखता…
स्वामी श्रद्धानन्द जी से प्रेरित आचार्य रामदेव जी द्वारा स्थापित कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, देहरादून
कन्या गुरुकुल महाविद्यालय देहरादून का 90वां वार्षिकोत्सव उत्साह पूर्वक सम्पन्न दिल्ली, हरियाणा के आर्यजनों सहित सैंकड़ो महानुभावों ने शीत के बावजूद उत्साहपूर्वक भाग लिया गुरुकुल की वर्तमान अवस्था को देखकर…
श्रद्धानंद महान – ग्यारह दोहे
ऋषिवर के पीछे हुए, श्रद्धानन्द महान। युगों-युगों तक कर रहा, जग उनका गुणगान।।1।। जीवन में जो कुछ किया,श्रद्धा उसका मूल। उत्तरार्द्ध उत्कर्ष कर, की न पुनः भूल।।2।। सेवा-व्रत जो है…